वैसे ही प्रसाद भी खत्म हो जाता है। ये सब बड़े आश्चर्य की बात हैं ! वैसे ही प्रसाद भी खत्म हो जाता है। ये सब बड़े आश्चर्य की बात हैं !
चमकीली मणि शंखचूड़ से लेकर बलराम जी को दे दी उन्होंने। चमकीली मणि शंखचूड़ से लेकर बलराम जी को दे दी उन्होंने।
बलराम जी तो पहले से ही प्रभाव जानते थे कृष्ण का बलराम जी तो पहले से ही प्रभाव जानते थे कृष्ण का
परीक्षित, बलराम जी तो स्वयं ही भगवान हैं, वो तो बस लीला कर रहे। परीक्षित, बलराम जी तो स्वयं ही भगवान हैं, वो तो बस लीला कर रहे।
वासुदेव की प्रेरणा से एक दिन नन्द के गोकुल में आये। वासुदेव की प्रेरणा से एक दिन नन्द के गोकुल में आये।
श्री शुकदेव जी कहते हैं, परीक्षित अक्रूर जी रथ पर सवार हुए। श्री शुकदेव जी कहते हैं, परीक्षित अक्रूर जी रथ पर सवार हुए।